बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना 2025
योजना का परिचय:

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (BBBP) योजना भारत सरकार द्वारा वर्ष 2015 में शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य देश में लड़कियों की घटती संख्या (लिंग अनुपात) को सुधारना और उन्हें शिक्षा व समान अधिकार दिलाना है।
प्रमुख उद्देश्य:
- बालिकाओं के जन्म को बढ़ावा देना
- बालिकाओं को शिक्षा दिलाना
- महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाना
योजना की शुरुआत:
- शुरूआत: 22 जनवरी 2015
- शुरू की गई: हरियाणा के पानीपत से
- प्रमुख मंत्रालय:
- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय
- मानव संसाधन विकास मंत्रालय
योजना के अंतर्गत गतिविधियाँ:
क्र. | गतिविधि | उद्देश्य |
---|---|---|
1 | जागरूकता अभियान | बेटी को जन्म देने और पढ़ाने के लिए प्रेरित करना |
2 | स्कूलों में प्रवेश | बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ना |
3 | हेल्थ चेकअप | गर्भवती महिलाओं और नवजात बालिकाओं की देखभाल |
4 | भ्रूण हत्या पर रोक | लिंग परीक्षण और कन्या भ्रूण हत्या पर नियंत्रण |
पात्रता:
- यह योजना सभी राज्यों और जिलों में लागू है।
- इसमें विशेष रूप से उन क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाती है जहाँ लिंग अनुपात कम है।
इस योजना से जुड़े अभियान:
- “Selfie With Daughter”
- “No More Gender Discrimination”
- “बेटी है अनमोल” जैसे नारों के माध्यम से समाज में जागरूकता फैलाई गई।
योजना के लाभ:
✅ समाज में लड़कियों को बराबरी का दर्जा
✅ शिक्षा के क्षेत्र में बालिकाओं की भागीदारी बढ़ी
✅ सरकारी स्तर पर लड़कियों की सुरक्षा और विकास की दिशा में प्रयास
✅ कन्या भ्रूण हत्या में भारी कमी
योजना का असर:
- कई राज्यों में लिंग अनुपात में सुधार
- बालिकाओं का स्कूलों में नामांकन बढ़ा
- महिलाओं के प्रति सोच में सकारात्मक बदलाव
निष्कर्ष:
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं बल्कि समाज की सोच को बदलने की एक सशक्त पहल है। हमें मिलकर इसे आगे बढ़ाना होगा ताकि हर बेटी सुरक्षित, शिक्षित और सशक्त हो।